है आर्यवर्त अपना माहन, सदियों से चलता आया अविराम। है आर्यवर्त अपना माहन, सदियों से चलता आया अविराम।
आज़ादी के शिलालेख पर, लिख गए अपना नाम। आज़ादी के शिलालेख पर, लिख गए अपना नाम।
क्या ख़ूब आज़ादी पाई है। क्या ख़ूब आज़ादी पाई है।
अगर सच में आजाद होना है विचारों को बदलना होगा! अगर सच में आजाद होना है विचारों को बदलना होगा!
हर बार लेंगे मातृभूमि पर जन्म, देखेगी दुनिया फ्री इंडिया का दम हर बार लेंगे मातृभूमि पर जन्म, देखेगी दुनिया फ्री इंडिया का दम
हरे पत्ते पेड़ पौधे नदियों बहती गाती। हरे पत्ते पेड़ पौधे नदियों बहती गाती।